योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
Your browser isn’t supported anymore. Update it to have the finest YouTube encounter and our most current features. Learn more
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
It's believed that normal chanting of Chalisa brings joy, peace, and prosperity within the life on the devotees.
अर्थ: पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है। त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास में दो त्रयोदशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में Shiv chaisa व एक शुक्ल पक्ष में) को पंडित बुलाकर हवन करवाने, ध्यान करने और व्रत रखने से किसी भी प्रकार shiv chalisa in hindi का कष्ट नहीं रहता।
अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व Shiv chaisa बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
It really is believed that frequent chanting of Shiva Chalisa with utmost devotion has the ability to eliminate all of the road blocks and issues from a person’s existence.